मोहब्बत की मीठी ठंड मोहब्बत की मीठी ठंड
उसने अपने जीवन का सबसे सुंदर सपना सब से छुपा कर ऱख लिया था अपने सीन उसने अपने जीवन का सबसे सुंदर सपना सब से छुपा कर ऱख लिया था अपने सीन
मदन ने आवाज देकर रोक लिया । "स्टेशन चलोगे भइया ? " मदन ने आवाज देकर रोक लिया । "स्टेशन चलोगे भइया ? "
आज तो मेरे साथ मेरी कलम भी असमन्जस है. आज तो मेरे साथ मेरी कलम भी असमन्जस है.
वो पल, वो क्षण, वो दिन मै एक पल के लिए भी नहीं भूल सकती, आज पापा नहीं है, वो पल याद आते ही आँखे भी न... वो पल, वो क्षण, वो दिन मै एक पल के लिए भी नहीं भूल सकती, आज पापा नहीं है, वो पल ...